भगोड़े अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह को पुलिस असम लेकर पहुंची है। हरजीत के अलावा अमृतपाल के अन्य साथियों को भी डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल लाया गया है। अृमतपाल सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
खालिस्तानी आतंकी ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के मुखिया और खालिस्तानी समर्थक भगोड़ा अमृतपाल सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। हालांकि, पुलिस ने अमृतपाल के कई साथियों पर अपना शिकंजा कसा है। पुलिस ने अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह के अलावा दलजीत कलसी, बसंत सिंह, गुरमीत सिंह भुखनवाला और भगवंत सिंह को गिरफ्तार किया है।
यहाँ पंजाब पुलिस की एक टीम हरप्रीत को असम के डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल लेकर पहुंची है। हरप्रीत के अलावा अन्य आरोपियों को भी यहां लाया गया है।
खालिस्तानी आतंकी चाचा समेत पांच आरोपियों पर रासुका
आप को बता दें की पंजाब पुलिस ने हरजीत सिंह समेत पांच लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगा दिया। पुलिस ने सोमवार को हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया था। हरजीत को विमान से असम के डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल भेजा गया। एक दिन पहले अमृतपाल के चार सहयोगी भी वहीं भेजे गए थे।
आज दोपबहर 12 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद
पंजाब में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर जारी प्रतिबंध को बढ़ा दिया गया है। यह सेवाएं अब मंगलवार दोपहर 12 बेज तक बंद रहेंगी।
खालिस्तानी अमृतपाल का ISI कनेक्शन
IG डा. सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद उस पर भी एनएसए लगाया जा सकता है। उसके लिए छापेमारी की जा रही है। गिल ने कहा कि अब तक की जांच में अमृतपाल के आईएसआई कनेक्शन सामने आया है। अमृतपाल और उसके साथियों को विदेश से फंडिग हो रही थी। हवाला के जरिए भी पैसा उन तक पहुंचाया गया।
इस खालिस्तानी आतंकी की धार पकड़ में अभी तक 114 आरोपी गिरफ्तार
खालिस्तानी समर्थक भगोड़ा अमृतपाल के 114 सहयोगियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके खिलाफ विभिन्न थानों में छह केस दर्ज किए गए हैं। आरोपियों से पुलिस ने नौ राइफल, एक रिवाल्वर और 430 कारतूस बरामद किए हैं। इसके अलावा मर्सिडीज सहित चार वाहन जब्त किए गए हैं।
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