अल्मोड़ा: उत्तराखंड की बेटियां अपने जज्बे और प्रतिभा से प्रदेश का नाम रोशन कर रही है। इसी कड़ी में अल्मोड़ा की गरिमा जोशी ने प्रदेश का नाम दुनिया में रोशन कर दिया है। गरिमा जोशी ने इटली में आयोजित पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत और कांस्य जीता है। दर्दनाक हादसे का शिकार होने के बाद भी गरिमा के जज्बे में कमी नहीं आई। उन्होंने कांस्य पदक जीत प्रदेश को गौरवान्वित कर दिया। प्रदेश में खुशी की लहर है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गरिमा जोशी इससे पहले भी राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पद अपने नाम कर चुकी हैं। 31 मई 2018 को बेंगलुरु में अभ्यास के दौरान गरिमा एक अज्ञात वाहन की चपेट में आ गई थी। जिस वजह से उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई थी और वह व्हीलचेयर पर आ गई थी। हालांकि इसके बाद भी गरिमा ने हार नहीं मानी और अपने बुलंद हौसलों के साथ अपने सपनों को नहीं छोड़ा। गरिमा ने व्हीलचेयर पर ही विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपनी भागीदारी निभाई और कई पदकों को अपने नाम किया। अब इटली में रजत और कांस्य पदक जीतने के बाद उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
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बता दें कि गरिमा जोशी मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के छतगुल्ला की रहने वाली हैं। गरिमा ने इटली में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स की भाला फेंक प्रतियोगिता में रजत और डिस्को थ्रो में कांस्य पदक अपने नाम किया है। इस जीत की सबसे खास बात यह है कि उन्होंने अब एशियाई खेलों के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है। उनकी इस कामयाबी पर प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ है।