15/12/2021
लैंगिक समानता और महिला हकों के लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के ऐतिहासिक आदेश के बाद भारतीय सेना में योग्य महिला अधिकारियों को परमानेंट कमीशन देने का रास्ता पहले ही खुल चुका है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद देश में पहली बार राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में प्रवेश के लिए महिला उम्मीदवारों से भी आवेदन मांगे गये थे। ताजे आंकड़े बताते हैं कि सेना में स्थाई कमीशन का हक मिलने के बाद इंडियन आर्मी में अफसर बनकर देश की सेवा करने की इच्छुक बेटियों में भारी जोश और उत्साह है। एनडीए में प्रवेश के लिये प्राप्त कुल आवेदकों में हर तीसरा आवेदक महिला उम्मीदवार के रूप में दिखा है।
एनडीए (II)-2021 के लिये इस साल देश भर से कुल 5 लाख 76 हजार 856 आवेदन प्राप्त किये गये, जिसमें 1 लाख 77 हजार 654 आवेदन महिला उम्मीदवारों से प्राप्त किये गये। महिला उम्मीदवारों की संख्या कुल आवेदकों की संख्या का 30 प्रतिशत हैं। लगभग हर तीसरा आवेदन महिला उम्मीदवार का है। महिला उम्मीदवारों के लिये भी एनडीए में वांछित इंफ्रास्ट्रक्चर और जरूरी सुविधाएं भी स्थापित कर दी गई हैं।
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) द्वारा महिला उम्मीदवारों की संख्या को लेकर भी किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। मतलब कि एनडीए के लिये महिला उम्मीदवारों की संख्या आवेदक के रूप में असीमित है।
यह जानकारी सोमवार को केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय टमटा ने राज्य सभा में एक लिखित जबाब में दिया। इस आशय का सवाल डॉ. अमर पाठक द्वारा राज्य सभा में उठाया गया था।
सरकार का कहना है कि एनडीएक के लिये यूपीएससी द्वारा मेडिकल मानक पहले ही निर्धारित किये जा चुके हैं जबकि प्रशिक्षण शुरू होने से फिजिकल मानकों को अंतिम रूप दिया जायेगा।
बता दें कि एनडीए परीक्षा UPSC द्वारा साल में दो बार (NDA – I & II) आयोजित की जाती है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एनडीए की दूसरी परीक्षा यानि NDA (II)-2021 के लिये पहली बार महिलाओं से आवेदन मांगे गये, जिसमें रिकार्ड महिला उम्मीदवारों ने आवेदन किया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने निकट भविष्य में एनडीए के लिये महिला उम्मीदवारों में संख्या में और भी बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है।