लंबे समय से प्रधानाचार्य विहीन इंटर कॉलेजों के लिए अच्छी खबर है। विभाग द्वारा 199 प्रधानाध्यापकों को प्रमोशन में शिथिलीकरण का लाभ देते हुए इन्हें प्रधानाचार्य पदों पर पदोन्नति के लिए पात्र मान लिया है। जल्दी ही इन्हें राज्य के इंटर कॉलेजों में पदस्थापित कर दिया जाएगा।
विद्यालय शिक्षा विभाग द्वारा प्रधानाचार्य विहीन इंटर कॉलेज को प्रधानाचार्य उपलब्ध करवाने की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। विभाग ने शिथिलीकरण नियमावली के तहत 199 प्रधानाध्यापकों को प्रधानाचार्य पदों पर पदोन्नति के लिए पात्र मानते हुए उनकी सूची निर्गत की है। अपर सचिव शिक्षा दीप्ति सिंह ने बुधवार को इसके आदेश जारी किए हैं। आदेश के मुताबिक की यह सुविधा वर्ष 2021-22 के लिए ही मान्य होगी तथा पूरे सेवाकाल में स्थिरीकरण का लाभ एक बार ही मिलेगा। इस प्रकार जो शिक्षक कर्मचारी शिथिलीकरण का लाभ पूर्व में एक बार ले चुके हैं उन्हें इस प्रक्रिया में दोबारा लाभ नहीं दिया जाएगा। राज्य के सरकारी इंटर कॉलेजों में बड़ी संख्या में प्रधानाचार्य के पद रिक्त चल रहे हैं और समय-समय पर इन पदों को पदोन्नति से भरे जाने की मांग उठती आ रही है। ऐसे में विभाग का यह निर्णय विद्यालयी शिक्षा में सुधार के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है।
क्या बिना पैसे के ???
पैसे दे कर