Friday, March 29, 2024
uttarakhandekta
Homeअंतरराष्ट्रीयकभी एक समय फैक्ट्री में मजदूरी करते थे पिता , और मां...

कभी एक समय फैक्ट्री में मजदूरी करते थे पिता , और मां करती घर से बहार जा कर सफाई का काम; और आज बेटे मेसी ने 36 साल बाद अर्जेंटीना को बनाया विश्व विजेता

लियोन मेसी ने अपने पांचवे और अंतिम विश्व कप में उस सपने को पूरा कर लिया, जो वह कभी बचपन से देखा करता था आप को बता दें की अर्जेंटीना के दिग्गज खिलाड़ी माराडोना ने जब बर्ष 1986 में आखिरी बार टीम को विश्व विजेता बनाया था, तब एक बच्चे ने यही सपना अपने देश के लिए भी देखा था। वह थे लियोन मेसी। चार विश्व कप से ट्राफी की तलाश में जुटे मेसी ने 2014 में टीम को फाइनल तक भी पहुंचाया, पर वह जीत नहीं दिला सके, लेकिन इस बार उनका ये सपना सच हो गया और अर्जेंटीना 36 साल विश्व कप का खिताब अपने नाम करने में कामयाब हो गया।

गरीबी और संगर्ष के दिन पिता करते थे फैक्ट्री में मजदूरी, मां करती थी सफाई का काम

आप को बताएं की आह के हीरों लियोन मेसी का जन्म 24 जून 1987 को अर्जेंटीना के रोजारियो में एक मिडिल क्लास परिवार में हुआ। मेसी के पिता एक फैक्ट्री में मजदूर थे और उनकी काम सफाई करने का काम करती थी। हालांकि, पांच साल की उम्र में मेसी अपने पिता जॉर्ज द्वारा प्रशिक्षित किए जा रहे एक स्थानीय क्लब ग्रैंडोली के लिए फुटबॉल खेलने लगे। 1995 में मेसी अपने गृह शहर रोजारियो में स्थित न्यूवेल ओल्ड बॉयस के लिए खेलने लगे, लेकिन 11 साल की उम्र में उन्हें एक गंभीर बीमारी का पता चला, जिसके सुन परिवार के लोग काफी परेशान हो गए। इस बीमारी का नाम ग्रोथ हार्मोन डेफिसिएंसी था।

फुटबॉल क्लब बार्सिलोना के एक फैसले ने बदली मेसी की किस्मत

आप को बताएं की,जब मेसी की ये बीमारी सामने आई तो पुरे परिवार को कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा। मिडिल क्लास (मध्यमवर्गीय) परिवार से होने के कारण माता-पिता ने मेसी के लिए जो अच्छा बन सका होगा उन्हने किया ,और करने की कोशिश भी की। इसी दौरान फुटबॉल क्लब बार्सिलोना मेसी के इलाज के लिए आगे आया। बार्सिलोना के खेल निदेशक कार्ल्स रिक्सैक को मेसी की प्रतिभा के बारे में बताया गया। जिसके बाद बार्सिलोना ने उनसे एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करवाए, जिसके बाद मेसी और उनके परिवार को अर्जेंटीना छोड़ स्पेन आना पड़ा। मेसी का परिवार यूरोप आ गया और उन्होंने क्लब के युवा टीमों में खेलना शुरू कर दिया।

मेसी ने 2004-05 में किया अपना डेब्यू

लियोन मेसी ने बार्सिलोना क्लब के लिए 17 साल की में 2004-05 के दौरान डेब्यू किया। उन्होंने 1 मई 2005 को अल्बासेटे के खिलाफ अपना पहला गोल किया था। इसके बाद मेसी ने अर्जेंटीना की राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना शुरू किया। बता दें कि 2012 में मेसी ने एक साल के दौरान 91 गोल किए थे, जो एक साल में किसी भी खिलाड़ी ने अन्तराष्ट्रीय स्तर पर इतने गोल नहीं किए थे।

माराडोना से होती मेसी की तुलना

आप को यह भी बता दें कि मेसी ने अर्जेंटीना के लिए पांच विश्व कप खेले हैं। इससे पहले साल 2014 में अर्जेंटीना को जर्मनी से विश्व कप के फाइनल मुकाबले में हार का सामना भी करना पड़ा था। हालांकि, जब भी मेसी किसी भी बड़े टूर्नामेंट में उतरते तो उनकी तुलना माराडोना से होती थी, लेकिन उसमें भी सिर्फ एक कमी रह जाती थी, वह था टीम को विश्व कप दिलाना। हालांकि, मेसी ने रविवार को कतर में हुए फाइनल मुकाबले में ये कसर पूरी कर दी और 36 साल बाद अर्जेंटीना ने विश्व कप का खिताब अपने नाम किया।

36 साल बाद विश्व विजेता बना अर्जेंटीना

आप को बता दें की मेसी ने फ्रांस के विरुद्ध दो गोल दागकर कई रिकार्ड अपने नाम कर लिए हैं। पहले हाफ में जहां उन्होंने मिली पेनाल्टी का फायदा उठाते हुए गेंद को नेट में पहुंचाया, अतिरिक्त समय के दूसरे हाफ में भी उन्होंने एक गोल दागकर टीम की दावेदारी को मजबूत कर दिया। हालांकि, इसके बावजूद उन्हें जीत के लिए पेनाल्टी शूटआउट का इंतजार करना पड़ा। पेनाल्टी शूटआउट में मेसी की टीम ने गत विजेता को 4-2 से हराकर उस सपने को साकार कर दिया, जो कभी मेसी ने देखा था।

RELATED ARTICLES

1 COMMENT

  1. मेहनत का कोई सॉर्टकट नहीं होता हैँ
    कभी गरीबी में पले बढ़े आज खरबपति बन गए 👍

Comments are closed.

Most Popular

Recent Comments