Monday, May 13, 2024
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नहीं रहे महाभारत में भीम का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार, 74 साल की उम्र में निधन

ईश्वर दिवगंत आत्मा को ईश्वर अपने चरणों में इस्थान प्रदान करे। ।
आपका मुस्कुराट हमेशा हमारे हृदय में बनी रहेगी।।

प्रवीण कुमार अपने विशाल कदकाठी के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों में विलेन की भूमिका

बीआर चोपड़ा के सीरियल महाभारत में भीम का किरदार निभाने वाले अभिनेता प्रवीण कुमार सोबती का निधन हो गया। प्रवीण कुमार 74 साल के थे। प्रवीण अपने विशाल कदकाठी के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों में विलेन की भूमिका निभाई। साढ़े 6 फीट लंबे अभिनेता और खिलाड़ी पंजाब के रहने वाले थे।

एक्टिंग में आने से पहले थे एथलीट
एक्टिंग में आने से पहले प्रवीण एक हैमर और डिस्कस थ्रो एथलीट थे। वह एशियाई खेलों में चार मेडल (2 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य) जीत चुके थे। उन्होंने दो ओलंपिक खेलों (1968 मैक्सिको खेलों और 1972 म्यूनिख खेलों) में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वह अर्जुन अवार्डी भी रहे। खेल के कारण ही प्रवीण कुमार को सीमा सुरक्षा बल ( BSF) में डिप्टी कमांडेंट की नौकरी मिली।

70 के दशक में मनोरंजन की दुनिया में रखा कदम
ट्रैक और फील्ड स्पोर्ट्स में सफल करियर के बाद, प्रवीण ने 70 के दशक के अंत में मनोरंज की दुनिया में कदम रखा। टाइम्स ऑफ इंडिया के को दिए एक इंटरव्यू में, प्रवीण ने अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म साइन करने को याद करते हुए था वह एक टूर्नामेंट के लिए कश्मीर में थे। उनकी पहली भूमिका रविकांत नागाइच के निर्देशन में बनी थी जिसमें उनका कोई डायलॉग नहीं था।

बीमार थे प्रवीण कुमार पत्नी कर रही थी देखभाल
पिछले साल दिसंबर में प्रवीण कुमार ने ‘नवभारत टाइम्स’ के साथ बातचीत में कहा था कि वह काफी समय से घर में ही हैं। तबीयत ठीक नहीं रहती है और खाने में भी कई तरह के परहेज हैं। स्पाइनल प्रॉब्लम है। घर में पत्नी वीना, प्रवीण कुमार की देखभाल करती है। एक बेटी की मुंबई में शादी हो चुकी है।

पेंशन को लेकर जताई थी नाराजगी
पेंशन को लेकर प्रवीण कुमार ने मिडिया से कहा था कि पंजाब की जितनी भी सरकारें आईं, सभी से उनकी शिकायत है। जितने भी एशियन गेम्स या मेडल जीतने वाले प्लेयर थे, उन सभी को पेंशन दी, लेकिन उन्हें वंचित रखा गया, जबकि सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीते। वो अकेले एथलीट थे, जिन्होंने कॉमनवेल्थ को रिप्रेजेंट किया। फिर भी पेंशन के मामले में उनके साथ सौतेला व्यवहार हुआ। हालांकि, अभी उन्‍हें बीएसएफ से पेंशन मिल रही है।

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