Tuesday, May 14, 2024
uttarakhandekta
Homeअंतरराष्ट्रीयरूसी गैस की खरीद के मुद्दे पर यूरोपीय देशों में पड़ी फूट;...

रूसी गैस की खरीद के मुद्दे पर यूरोपीय देशों में पड़ी फूट; जर्मनी रूसी रूबल में गैस मूल्य चुकाने को हुआ तैयार, जानें क्‍या है पुतिन की मंशा

ब्रसेल्स, रायटर। रूस की गैस आपूर्ति की शर्तों पर यूरोपीय देश झुकते नजर आ रहे हैं। जर्मनी ने रूस को रूबल में भुगतान करने की शर्त को मानने का संकेत दिया है। जर्मनी का कहना है कि वह रूस के गजप्रोम बैंक में विशेष खाता खोल सकता है !

रूसी गैस को लेकर सांसत में पड़े यूरोपीय देशों में फूट पड़नी शुरू हो गई है। अपनी जरूरत की लगभग आधी गैस रूस से आयात करने वाले जर्मनी ने कहा है कि वह रूस के गजप्रोम बैंक में विशेष खाता खोल सकता है। इस खाते में यूरो या डालर जमा करके उसे रूसी मुद्रा रूबल में बदलवाया जा सकेगा। जर्मनी के अनुसार इस प्रकार से यूरोपीय यूनियन के प्रतिबंध भी कायम रहेंगे और गैस मूल्य का रूबल में भुगतान भी संभव हो जाएगा।

इटली का इनकार

हालांकि रूसी प्राकृतिक गैस के दूसरे सबसे बड़े आयातक देश इटली ने विशेष खाता खोलने की संभावना से इन्कार किया है। इटली ने कहा है कि वह पुरानी व्यवस्था से ही रूस से गैस की खरीद करेगा।

रूबल को सोने से जोड़ना चाहते हैं पुतिन

रूस के राष्ट्रपति पुतिन देश की मुद्रा रूबल को मजबूती देने और उसे अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाने के लिए सोने से जोड़ने पर विचार कर रहे हैं। शुक्रवार को देश के अर्थशास्ति्रयों के साथ उन्होंने इस बारे में विचार-विमर्श किया। अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के चलते रूबल को मजबूत बनाना और व्यापार का आधार बनाना अब जरूरी हो गया है। इसलिए पुतिन उसे सोने की भंडार क्षमता से जोड़ना चाहते हैं।

पोलैंड और बुल्गारिया की गैस आपूर्ति रोकी

विदित हो कि बुधवार को रूस ने गैस मूल्य का रूबल में भुगतान न करने पर पोलैंड और बुल्गारिया की गैस आपूर्ति रोक दी है। रूस ने इसका कारण दोनों देशों द्वारा गैस मूल्य का भुगतान रूसी मुद्रा रूबल में न करने को बताया है। रूस ने गैर मित्र देशों से अपनी गैस और तेल का मूल्य रूबल में लेने का एलान किया है। पोलैंड और बल्गारिया ने रूसी ऊर्जा एजेंसी गजप्रोम पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया है।

गैस आपूर्ति को आर्थिक हथियार के रूप में इस्‍तेमाल कर रहा रूस

विदित हो कि रूस-यूक्रेन युद्ध में पोलैंड और बुल्गारिया यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं और उसे हथियारों की आपूर्ति भी कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने रूस पर लगे प्रतिबंधों का समर्थन किया है। बुल्गारिया के ऊर्जा मंत्री एलेक्जेंडर निकोलोव का कहना है कि प्राकृतिक गैस को राजनीतिक और आर्थिक हथियार के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। हालांकि अपुष्ट सूत्रों के अनुसार पोलैंड की कुछ छोटी उपभोक्ताओं कंपनियों को गजप्रोम से रूसी गैस मिल रही है। माना जा रहा है कि ऐसा उनके रूस से अच्छे संबंधों के चलते हो रहा है।  

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments