Saturday, April 27, 2024
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पर्याप्त निद्रा उत्तम स्वास्थ का प्रतीक है क्यो निद्रा जीवन के लिए आवश्यक है और जानिये गहरी नींद के लिए आसान घरेलु उपाय

आयुर्वेद के अनुसार जिन व्यक्तियों को रात में गहरी नींद आती है तथा वह सुबह के समय 4 बजे अपना बिस्तर छोड़ देते हैं तो इससे उनके शरीर की सभी धातुएं साम्यावस्था में रहती हैं। उन्हें किसी भी प्रकार का आलस्य नहीं होता है तथा उनका शरीर हृष्ट-पुष्ट रहता है। इससे उनके शरीर की सुन्दरता बढ़ती है, उत्साह बढ़ता है तथा उनकी जठराग्नि प्रदीप्त होती है और उन्हें भूख खुलकर लगती है।

यदि हम केवल कार्य ही करते रहें और नींद न लें तो एक समय ऐसा आएगा कि हम शारीरिक और मानसिक रूप से किसी भी कार्य को करने के अयोग्य हो जाएंगे। ऐसी दशा में या तो हम पागल हो जाएंगे अथवा मर जाएंगे। महिलाएं अपने बच्चों के सो जाने पर जगाकर दूध और भोजन इसलिए कराती हैं कि उनके बच्चे भूखे सो गये हैं। लेकिन उन्हें यह नहीं मालूम होता है कि उनके भूख और भोजन से भी अधिक लाभकारी निद्रा होती है। इसी प्रकार छात्र-छात्राएं विभिन्न तरीकों से अपनी नींद को त्यागकर रात भर अध्ययन करते रहते हैं। ऐसा करने से उन विद्यार्थियों की आंखें दुर्बल हो जाती हैं और उनका मस्तिष्क भी कुंठित हो जाता है। इससे उनका प्राकृतिक स्वास्थ्य नष्ट हो जाता है। नींद के सम्बन्ध में एक कहावत प्रसिद्ध है कि वे व्यक्ति बहुत कुछ कर सकते हैं जो खूब अच्छी प्रकार से सोना जानते हैं।

गहरी नींद लाने के सरल उपाय

1• नियमित रूप से व्यायाम करने से भी हमें गहरी नींद आती है जो कि हमारे शरीर के लिए अधिक उपयोगी होती है।

2• जो व्यक्ति अधिक परिश्रम करते हैं उन्हें हमेशा गहरी नींद आती है जबकि आलसी और निठल्ले व्यक्तियों को नींद नहीं आती है और वे रातभर करवटे बदलते रहते हैं।

3• हमें प्रतिदिन प्रसन्न और शांत मन से सोना चाहिए। इससे हमें गहरी नींद आती है।

4• हमें सूर्यास्त होने से पहले ही रात्रि का भोजन कर लेना चाहिए ताकि सोने से पहले हमारा भोजन पूर्णरूप से पच चुका हो। इस प्रकार का नियम रखने से हमें गहरी नींद आती है। बिलकुल खाली पेट और अधिक पेट भरा होने पर अच्छी नींद नहीं आती है। सोने से पहले दूध पीने से भी अच्छी नींद आती है।

5• गहरी नींद के लिए प्रतिदिन हमें शौच के बाद ठंडे पानी से अपने हाथ-पैरों और मुंह को धोकर सोना चाहिए।

6• हमारे सोने की जगह शांत-स्वच्छ और हवादार होनी चाहिए तथा बिस्तर भी साफ-सुथरा होना चाहिए। शांत और अंधेरे स्थान में सोने से भी गहरी नींद आती है।

7• सोते समय मनुष्य की स्थिति का उसके स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव पड़ता है वैसे तो जिस व्यक्ति को जिस करवट सोना अच्छा लगता है उसे उसी करवट ही सोना चाहिए। किंतु प्रायः चित्त होकर सोने से नींद में स्वप्न अधिक आते हैं। छाती पर हाथों को रखकर उत्तान सोना तो बिल्कुल ही खराब है। बाईं करवट सोना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। इससे श्वासनली सीधी रहती है और शरीर में प्राणवायु का संचार बिना किसी रोक-टोक के होता रहता है। इसका वैज्ञानिक कारण यह है कि शरीर के बाईं ओर की नाड़ी को इड़ा तथा दाहिनी ओर की नाड़ी को पिंगला कहते हैं। इड़ा नाड़ी में चन्द्रमा की तथा पिंगला नाड़ी से सूर्य की शक्ति प्राप्त होती है। इस प्रकार चन्द्रमा की ठंडक के साथ सूर्य की गर्मी मिलने से मनुष्य प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रहता है। यही कारण है कि बाईं करवट सोने वाले व्यक्ति काफी लम्बी उम्र वाले होते हैं। फिर भी जिन्हें हृदय सम्बंधी रोग हो तो उन्हें बाईं ओर की करवट न सोकर दाहिनी ओर की करवट लेकर सोना ही अधिक लाभकारी होता है।

8• क्रोध, घृणा, प्रेम, चिंता, अधिक भोजन, अधिक परिश्रम, रोग, भय, चाय, जर्दा, काफी, शोरगुल तथा सोने के कमरे में तेज रोशनी होने से नींद कम आती है। जहां तक हो सके हमें इससे बचना चाहिए।

9• बिस्तर पर लेटने के बाद कंघी से बालों को धीरे-धीरे संवारने से जल्द और गहरी नींद आती है।

10• हमें प्रतिदिन अपने मन को एकाग्रचित रखने के बाद ही सोना चाहिए। ऐसा करने हमें बहुत अच्छी नींद आती है। सोने से पहले हमें कुछ देर तक अवश्य टहलना चाहिए। इस दौरान हमें मस्तिष्क पर बिल्कुल भी जोर नहीं देना चाहिए।

11• नींद लेने के लिए हमें भूलकर भी नींद की गोलियों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि नींद की गोलियों का हमारे शरीर पर घातक प्रभाव होता है।

12• सोने से पहले मंत्र “सोऽहम्´´ का जाप करने से भी अच्छी नींद आती है। इससे 10 मिनट के अन्दर ही नींद आ जाती है। इस मंत्र के उच्चारण के लिए सांस लेते समय “सो´´ और सांस को बाहर निकालते समय “हम“ कहना चाहिए।

13• बूढ़े व्यक्तियों को 24 घंटों में केवल एक बार भोजन करने से उन्हें अच्छी नींद आती है।

14• सोते समय सिर को ऊंचा और बाकी धड़ को नीचा रखना चाहिए। इससे गहरी और अच्छी नींद आती है। सिर को ऊंचा रखने के लिए सिर के नीचे तकिया रखना चाहिए।

15• सोने से पहले अपने दोनों पैरों को 5-10 मिनट तक हल्के गर्म पानी में रखते हैं। इससे मस्तिष्क में एकत्रित रक्त पैरों की तरफ उतर आएगा क्योंकि मस्तिष्क में अधिक रक्त होने के कारण गहरी नींद नहीं आती है। ऐसा करने से हमारा मस्तिष्क ठंडा हो जाता है जिससे अच्छी नींद आती है।

16• ठंडे पानी से स्नान करने के बाद गर्म कपडे़ पहनकर सोने से भी अच्छी नींद आती है।सोते समय हमें हल्के कपड़े पहनने चाहिए।

17• सोते समय दक्षिण या पूर्व की ओर सिर करके ही सोना चाहिए |

  1. दालचीनी व दूध के सेवन से
  2. मेथी के दाने को हाथ के दोनों अगूंठे के नाखून के पास चिपकाने से
  3. पँचगगव्य धृत नाक में डालने से

नींद लेने का निर्धारित समय

आमतौर पर प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को 7-8 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए। जिस प्रकार प्रत्येक प्राणी के लिए भोजन की मात्रा निर्धारित करना आसान नहीं होता है उसी प्रकार प्रत्येक व्यक्ति के लिए नींद का निश्चित समय निर्धारित करना मुश्किल नहीं होता है। आमतौर पर देखा जाता है कि कुछ व्यक्तियों की नींद बहुत जल्द ही पूरी हो जाती है तो कुछ व्यक्ति पूरी रात सोते हैं परन्तु इसके बावजूद भी उनकी नींद पूरी नहीं होती है। नवजात शिशु प्राकृतिक रूप से अधिक सोता है। इसका कारण यह होता है कि उसे अपने शरीर की वृद्धि और विकास के लिए अधिक नींद की आवश्यकता होती है। नवजात शिशु कम से कम 15-16 घंटे प्रतिदिन सोता है। वृद्धों, रोगियों, प्रसूता महिलाओं और शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को सामान्य लोगों की तुलना में अधिक नींद की आवश्यकता होती है। महिलाओं को पुरुषों की अपेक्षा अधिक नींद की आवश्यकता होती है तथा गर्भवती महिलाओं के लिए अधिक नींद लाभदायक होती है।

पर अधिक नींद स्वास्थ्य के लिए हानिकारक

आवश्यकता से अधिक नींद लेना भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। अधिक सोने से उम्र घटती है। इसी प्रकार नींद पूरी किये बिना ही उठ जाना रोगों का कारण होता है। अधिक नींद लेने से हमारे शरीर में भारीपन आता है और शरीर में मोटापा बढ़ता है और आलस्य और सुस्ती भी आती है। हमें सोने के लिए अधिक समय पर ध्यान नहीं देना चाहिए बल्कि गहरी नींद के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि 4 घंटे की गहरी नींद 8 घंटे की स्वप्नयुक्त नींद से अच्छी होती है।

परिचय
रात में नींद न आना अथवा रात को देर तक जगे रहने को अनिद्रा (Anidra)कहते हैं।

निद्रा (Anidra) का कारण

★ अनिद्रा रोग का खास कारण चिंता को माना जाता है। अगर कोई व्यक्ति अति उत्तेजित है, अवसाद जैसी मानसिक बीमारी से ग्रस्त है, कैफीन जैसे उत्तेजक पदार्थ लेता है, गंदे वातावतण में रहता है, ज्यादा मेहनत करता है, बासी और गरिष्ठ भोजन का सेवन करता है, धूम्रपान करता है, नींद की गोलियां लेता है, नशा ज्यादा करता है, तो उसे अनिद्रा का रोग हो सकता है। अनिद्रा रोग का एक कारण स्नायु-संस्थान की गड़बड़ी होना भी हो सकता है।

लक्षण-

★ आंखों का लाल होना, आंखों में नींद भरी होना, किसी भी काम में मन न लगना आदि अनिद्रा रोग के लक्षण होते हैं।

अनिद्रा रोग का खास कारण चिंता को माना जाता है। अगर कोई व्यक्ति अति उत्तेजित है, अवसाद जैसी मानसिक बीमारी से ग्रस्त है, रात को सोने से पहले हाथ-पैरों के अंगूठे तथा अंगुलियों पर प्रेशर देने से नींद अच्छी आती है। इसके अलावा दाएं हाथ की अंगुलियों और बाएं हाथ की अंगुलियों को आपस में जोड़कर प्रेशर देने से अनिद्रा रोग दूर हो जाता है। इस प्रकार चिकित्सा करने से तनाव दूर होता है फलस्वरूप नींद अच्छी आती है

  1. जीरा (Cumin Seeds)

जीरा culinary spice होता है जो पेट की पाचन शक्ति को बढ़ाकर शरीर की नींद को भी ठीक करता है। पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में नींद को बढ़ाने के लिए इसे काफी फायदेमंद औषधि माना जाता था। जीरे के तेल को भी काफी फायदेमंद माना जाता है।

एक केले को मसलकर उसमें एक चम्मच जीरे का पाउडर मिला लें। रोज रात को सोने से पहले इसका सेवन करें। जीरे का पाउडर बनाने के लिए उसे सुखाकर भून लें और फिर पीसकर पाउडर बना लें।

थकान और अशांति से लड़ने के लिए आप जीरे की चाय का सेवन भी कर सकते हैं। अक्सर इसके सेवन से अनिद्रा और थकान पल भर में दूर हो जाती है। चाय बनाने के लिए एक चम्मच जीरे को पांच सेकंड के लिए हलकी आंच में सेंके, अब इसमें एक कप पानी मिलकर उबालें। इसे तब तक उबालें जब तक कि पानी में जीरे का खूब नजर न आने लगे। अब इसे ठंडा होने दें और फिर छान लें। आपकी जीरे की चाय तैयार है। इसका सेवन भी रोज रात को सोने से पहले करें।

  1. जायफल (Nutmeg)

जायफल में शामक गुण (sedative properties) होते हैं जो प्राकृतिक निद्रा को बढ़ावा देते हैं।

एक चौथाई चम्मच जायफल के पाउडर को एक कप गर्म दूध में घोलें। इसे सोने से पहले सेवन करें।

या फिर आप एक चौथाई चम्मच जायफल के पाउडर को एक कप गर्म पानी में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं। इसे भी सोने से पहले सेवन करें।

या फिर एक चुटकी जायफल के पाउडर को एक चम्मच आंवला में मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करें। यह उपाय अनिद्रा के साथ-साथ बदहजमी और डिप्रेशन का भी इलाज करेगा।

  1. केसर (Saffron)

केसर में शांति देने वाले गुण (mild sedative properties) नींद आने के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।

केसर की दो लड़ों को एक कप गर्म दूध में मिलाएं।

इसे रात को सोने से पहले सेवन करें।

  1. कैमोमाइल टी (Chamomile Tea)

प्राचीन काल से ही कैमोमाइल टी को नींद प्रदान करने वाली औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता आ रहा है। हालाँकि इसका मुख्य कारण तो अभी तक पता नहीं चला है लेकिन कुछ शोधों से यह बात सामने आई है कि कैमोमाइल में मौजूद apigenin नामक यौगिक इसका कारण हो सकता है।

नींद लाने के लिए और रिलैक्स होने के लिए रोज सोने से पहले एक कप कैमोमाइल टी का सेवन करें। स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें दालचीनी और शहद भी डाल सकते हैं।

  1. केला (Banana)

केले का सेवन भी नींद लाने के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें नियासिन एमिनो एसिड होता है जो सेरोटोनिन (serotonin) के लेवल को बढ़ाकर स्लीप पैटर्न को नियंत्रित करने में मदद करता है। केला आपने मूड को ठीक करने में भी मदद करता है और पाचन शक्ति को भी ठीक रखता है।

★ अनिद्रा रोग का खास कारण चिंता को माना जाता है। अगर कोई व्यक्ति अति उत्तेजित है, अवसाद जैसी मानसिक बीमारी से ग्रस्त है, कैफीन जैसे उत्तेजक पदार्थ लेता है, गंदे वातावतण में रहता है, ज्यादा मेहनत करता है, बासी और गरिष्ठ भोजन का सेवन करता है, धूम्रपान करता है, नींद की गोलियां लेता है, नशा ज्यादा करता है, तो उसे अनिद्रा का रोग हो सकता है। अनिद्रा रोग का एक कारण स्नायु-संस्थान की गड़बड़ी होना भी हो सकता है।

लक्षण-

★ आंखों का लाल होना, आंखों में नींद भरी होना, किसी भी काम में मन न लगना आदि अनिद्रा रोग के लक्षण होते हैं।

अनिद्रा रोग का खास कारण चिंता को माना जाता है। अगर कोई व्यक्ति अति उत्तेजित है, अवसाद जैसी मानसिक बीमारी से ग्रस्त है, रात को सोने से पहले हाथ-पैरों के अंगूठे तथा अंगुलियों पर प्रेशर देने से नींद अच्छी आती है। इसके अलावा दाएं हाथ की अंगुलियों और बाएं हाथ की अंगुलियों को आपस में जोड़कर प्रेशर देने से अनिद्रा रोग दूर हो जाता है। इस प्रकार चिकित्सा करने से तनाव दूर होता है फलस्वरूप नींद अच्छी आती है

  1. जीरा (Cumin Seeds)

जीरा culinary spice होता है जो पेट की पाचन शक्ति को बढ़ाकर शरीर की नींद को भी ठीक करता है। पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में नींद को बढ़ाने के लिए इसे काफी फायदेमंद औषधि माना जाता था। जीरे के तेल को भी काफी फायदेमंद माना जाता है।

एक केले को मसलकर उसमें एक चम्मच जीरे का पाउडर मिला लें। रोज रात को सोने से पहले इसका सेवन करें। जीरे का पाउडर बनाने के लिए उसे सुखाकर भून लें और फिर पीसकर पाउडर बना लें।

थकान और अशांति से लड़ने के लिए आप जीरे की चाय का सेवन भी कर सकते हैं। अक्सर इसके सेवन से अनिद्रा और थकान पल भर में दूर हो जाती है। चाय बनाने के लिए एक चम्मच जीरे को पांच सेकंड के लिए हलकी आंच में सेंके, अब इसमें एक कप पानी मिलकर उबालें। इसे तब तक उबालें जब तक कि पानी में जीरे का खूब नजर न आने लगे। अब इसे ठंडा होने दें और फिर छान लें। आपकी जीरे की चाय तैयार है। इसका सेवन भी रोज रात को सोने से पहले करें।

  1. जायफल (Nutmeg)

जायफल में शामक गुण (sedative properties) होते हैं जो प्राकृतिक निद्रा को बढ़ावा देते हैं।

एक चौथाई चम्मच जायफल के पाउडर को एक कप गर्म दूध में घोलें। इसे सोने से पहले सेवन करें।

या फिर आप एक चौथाई चम्मच जायफल के पाउडर को एक कप गर्म पानी में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं। इसे भी सोने से पहले सेवन करें।

या फिर एक चुटकी जायफल के पाउडर को एक चम्मच आंवला में मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करें। यह उपाय अनिद्रा के साथ-साथ बदहजमी और डिप्रेशन का भी इलाज करेगा।

  1. केसर (Saffron)

केसर में शांति देने वाले गुण (mild sedative properties) नींद आने के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।

केसर की दो लड़ों को एक कप गर्म दूध में मिलाएं।

इसे रात को सोने से पहले सेवन करें।

  1. कैमोमाइल टी (Chamomile Tea)

प्राचीन काल से ही कैमोमाइल टी को नींद प्रदान करने वाली औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता आ रहा है। हालाँकि इसका मुख्य कारण तो अभी तक पता नहीं चला है लेकिन कुछ शोधों से यह बात सामने आई है कि कैमोमाइल में मौजूद apigenin नामक यौगिक इसका कारण हो सकता है।

नींद लाने के लिए और रिलैक्स होने के लिए रोज सोने से पहले एक कप कैमोमाइल टी का सेवन करें। स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें दालचीनी और शहद भी डाल सकते हैं।

  1. केला (Banana)

केले का सेवन भी नींद लाने के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इसमें नियासिन एमिनो एसिड होता है जो सेरोटोनिन (serotonin) के लेवल को बढ़ाकर स्लीप पैटर्न को नियंत्रित करने में मदद करता है। केला आपने मूड को ठीक करने में भी मदद करता है और पाचन शक्ति को भी ठीक रखता है।

  1. गर्म दूध

दिमाग और शरीर को आराम देने के लिए गर्म दूध काफी फायदेमंद घरेलू नुस्खा होता है। केले की तरह इसमें भी नियासिन एमिनो एसिड होता है जो नींद को बढ़ावा देता है।

एक कप गर्म दूध में एक चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं।

इसके सोने के एक घंटे पहले सेवन करें।

  1. मेथी का जूस (Fenugreek Juice)

मेथी का जूस चिंता, अनिद्रा और चक्कर आने की समस्या को दूर करता है।

मेथी की ताजा पत्तियों को पीसकर जूस तैयार करें।

रोज दो चम्मच मेथी के जूस में एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें।

दिमाग और शरीर को आराम देने के लिए गर्म दूध काफी फायदेमंद घरेलू नुस्खा होता है। केले की तरह इसमें भी नियासिन एमिनो एसिड होता है जो नींद को बढ़ावा देता है।

एक कप गर्म दूध में एक चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं।

इसके सोने के एक घंटे पहले सेवन करें।

  1. वेलेरियन (Valerian)

वेलेरियन एक औषधीय हर्ब है जिसमें मांसपेशियों को आराम प्रदान करने वाले गुण होते हैं। यह रिलैक्सेशन को पैदा करके डीप स्लीप (deep sleep) को बढ़ावा देती है।

डेढ़-डेढ़ चम्मच वेलेरियन और जायफल को दो कप गर्म पानी में मिलाएं। 15 मिनट के लिए रखा रहने दें और फिर पानी को छानकर सेवन करें। इस उपचार को दो हफ्तों से ज्यादा समय के लिए न करें क्योंकि इसके कारण कुछ ह्रदय सम्बन्धी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

वेलेरियन टी के सेवन से भी लाभ मिलता है।

आप सिर्फ आधा चम्मच वेलेरियन के रस को एक कप पानी में मिलाकर भी पी सकते हैं। इस उपाय को दिन में तीन बार करें।

  1. हॉट बाथ (Hot Bath)

सोने के दो-तीन घंटे पहले हॉट बाथ लेने से नींद अच्छी आती है। यह शरीर को आराम देती है और तंत्रिका तंत्र शांत करती है।

इस उपाय को और ज्यादा कारगर बनाने के लिए पानी में कुछ बूंदे soothing essential oils जैसे बाम रस, कैमोमाइल आयल, लैवेंडर आयल आदि की डाल लें।

  1. एप्पल साइडर विनेगर और शहद

एप्पल साइडर विनेगर में एमिनो एसिड्स होती हैं जो थकान को दूर करती हैं। इसके साथ ही यह शरीर में मौजूद फैटी एसिड्स को तोड़कर नियासिन (tryptophan) में परिवर्तित कर देता है जो इनसोम्निया को दूर करने में लाभदायक है। शहद इन्सुलिन और सेरोटोनिन के स्त्राव को बढ़ाकर नींद आने में मदद करता है। सेरोटोनिन एक ब्रेन केमिकल होता है जो नींद के चक्र (sleep cycle) को नियंत्रित करता है।

सेरोटोनिन का लेवल कम होने पर नींद बार-बार टूटती है और ठीक से लगती नहीं है। वहीँ दूसरी ओर सेरोटोनिन का लेवल अत्यधिक होने पर अधिक नींद आती है। इसलिए अपनी जरुरत अनुसार उपचार को अपनाकर सेरोटोनिन के लेवल को बीच का रखें।

दो-दो चम्मच आर्गेनिक एप्पल साइडर विनेगर और शहद को एक गिलास गर्म पानी में मिलाएं। इसे सोने से पहले पियें।

या फिर, दो चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को एक कप शहद में मिलकर टॉनिक भी बनाई जा सकती है। इस टॉनिक को एक चम्मच रोज सेवन करें।

ऊपर दिए उपायों को अपनाने के साथ-साथ आपको अपनी लाइफस्टाइल को ठीक करने की भी जरुरत है जैसे सोने और उठने की नियमित दिनचर्या बनायें, रात को जल्दी सोयें और सुबह जल्दी उठें, रात का खाना जल्दी खाएं और जरुरत से ज्यादा न खाएं, नियमित योग करें, कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन न करें। यदि इन उपायों से भी आपको नींद आने में कठिनाई महसूस होती हो तो डॉक्टर से कंसल्ट करें

अच्छी नींद पाने के लिए घरेलू नुस्खे

1-अच्छी नींद के लिए रात को सोने से पहले 20 ग्राम चमेली के फूलों की 600 मि.ली. पानी में उबालें और फिर उसको पानी में मिलाकर नहाएं, इससे अच्छी नींद आएगी और मस्तिष्क फ्रेश रहता है!

2-सोने से पहले सेब का मुरब्बा खाए यह गहरी नींद लाने में बहुत सहायक होता है!

3-एक सेब के टुकडो को दो गिलास पानी में उबाले फिर ठंडा करके सेब को मसल कर पानी को छान ले फिर अपने स्वाद के अनुसार नमक मिला कर पियें!

4-अनिंद्रा के रोगियों को सोते समय नींबू , शहद को एक गिलास पानी में मिलाकर पिए अच्छी नींद आएगी!

5-रात को सिर पर लौकी के तेल की मालिश करने से अच्छी नींद आती है |यह नींद के लिए अच्छा घरेलू नुस्खा है!

1-अनिंद्रा के रोगियों को दाना मेथी का एक इंच मोटा तकिया बनाकर अपने तकिये पर यह तकिया रखे और इस पर सिर रखकर सोने से गहरी नींद आयेगी!

2-अनिंद्रा के रोगियों को रात में नाक के दोनों नथुनों में 2 -2 बूंद गुनगुना घी डालें और फिर नाक से साँस ले उसके बाद दो तीन घी की बुँदे नाभि पर भी डालकर मालिश करे! ऐसा करने से नाक खुल जाती है जिससे खर्राटे भी नहीं आएंगे यह अच्छी नींद पाने के लिए अच्छा घरेलू नुस्खा है!

4-अनिंद्रा के रोगियों को सोते समय गर्म दूध में केसर की तो तीन पत्तीयां डालकर पीना चाहिए यह अच्छी नींद पाने के लिए बेहतरीन उपाय है!

5-दही में पीसी हुई काली मिर्च सौंफ तथा चीनी मिलाकर पियें, गहरी नींद के लिए दही का सेवन बहुत लाभकारी होता है!

6-सोने से पहले गर्म दूध पीने से भी अच्छी नींद आती है, अगर दूध में थोड़ा-सा शहद मिला लिया जाए तो और भी अच्छा है! शाम के समय चाय, कॉफी और अल्कोहल का सेवन नहीं करना चाहिए

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