Sunday, April 28, 2024
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Nanda Gaura Scheme:उत्तराखंड राज्य में भ्रस्ट्राचार का एक और मामला फर्जी आय प्रमाण पत्र के 193 मामले, सभी आवेदन निरस्त

Nanda Gaura Scheme

यहां हरिद्वार जिले में नंदा गौरा योजना का लाभ लेने को आवेदनकर्त्ताओं की ओर से फर्जी आय प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने का बड़ा खेल पकड़ में आया है। इस खेल में कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) की भूमिका भी सामने आयी है।

Nanda Gaura Scheme: Haridwar यहाँ जितना भ्रस्ट्राचार के मामलों को केंद्र सरकार पर्दा डालने के लिए कुछ प्रयास करती है तो फिर एक दुसरा मामला मोदी जी को जख्म दे देता है ! बरहाल आप को बताये की हरिद्वार जिले में नंदा गौरा योजना का लाभ लेने को आवेदनकर्त्ताओं की ओर से फर्जी आय प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने का बड़ा खेल पकड़ में आया है। CDO ने योजना के पहले और दूसरे चरण के अंतर्गत ऐसे 193 मामले पकड़े हैं।

अब जब बात चार दीवारी से बहार आई तो यहाँ जिलाधिकारी ने तत्काल ऐसे आवेदनों को निरस्त करते हुए DM विनय शंकर पांडेय ने आवेदनकर्त्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। इस खेल में कामन सर्विस सेंटर CSC की भूमिका भी सामने आयी है। प्रशासन इसके विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई के मूड में है।

आप को बता देकी यहाँ आय प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़े की पुष्टि होने पर CDO ने सभी विभागों के अधिकारियों को उनके विभागों की जो भी इस तरह की योजनाएं गतिमान हैं उनकी भी जांच कराने के निर्देश दिए हैं।

भ्रस्ट्राचार के तहत बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित योजना

Child development के माध्यम से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत नंदा गौरा योजना संचालित की जा रही है। योजना के तहत छह माह से कम उम्र की बालिकाओं को 11 हजार रुपये और 12वीं पास करने के उपरांत 51 हजार रुपये दिए जाने का प्राविधान है।

इसके लिए आवेदनकर्त्ता की वार्षिक आय 72 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। मूल निवास प्रमाण पत्र, 12वीं पास का सर्टिफिकेट समेत अन्य दस्तावेज भी देने होते हैं।

CDO प्रतीक जैन को नंदा गौरा योजना के पहले और दूसरे चरण के अंतर्गत आवेदनकर्त्ताओं की ओर से फर्जी आय प्रमाण पत्र संलग्न कर फर्जी तरीके से योजना का लाभ लेने की शिकायतें मिल रही थी।

इसे गंभीरता से लेते हुए CDO ने जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल को आय प्रमाण पत्रों

उच्चदेशानुसार जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। जिला कार्यक्रम अधिकारी की ओर से सौंपी गयी रिपोर्ट में बड़ा खेल पकड़ में आया है।

CDO प्रतीक जैन ने बताया कि महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग में वित्तीय वर्ष 2022-23 में नंदा गौरा योजना के अंतर्गत जिले में प्रथम चरण में बालिका के जन्म संबंधी कुल 1328 आवेदन पत्र प्राप्त हुए।

आप को बताएं की इसकी गहनता से जांच में 70 आवेदन पत्र ऐसे थे जो आय प्रमाण पत्र की दृष्टि से फर्जी पाए गए। वहीं, योजना के दूसरे चरण 12वीं पास के अंतर्गत कुल 4174 आवेदन प्राप्त हुए। जांच पड़ताल में 123 ऐसे आवेदन पत्र पकड़ में आए, जिनमें छेड़छाड़ की गयी थी।

अब इस प्रकार कुल 193 आय प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। ऐसे आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। CDO की रिपोर्ट पर DM विनय शंकर पांडेय ने तत्काल ऐसे आवेदनकर्त्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए FIR दर्ज कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

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