Saturday, May 18, 2024
uttarakhandekta
Homeउत्तराखंडमुख्यमंत्री धामी विदेश तो गए है पर किस के लिए राज्य भ्रस्टाचार...

मुख्यमंत्री धामी विदेश तो गए है पर किस के लिए राज्य भ्रस्टाचार से बदनाम हो गया है कोई यहाँ पैसा क्यों लगाएगा

भ्रस्टाचार की खीर उत्तराखंड की तकदीर

अब सुना है की वहां अपने पहाड़ी भाइयों को सूचित किया गया है की मुख्यमंत्री धामी लन्दन एयरपोर्ट पहुंचने वाले है तो हमारे प्रवासी भारतीयों एवं उत्तराखण्ड के प्रवासियों के द्वारा गर्मजोशी से स्वागत तो बनाता है

आप को बताए की वहां हमारे प्रदेश के पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ मुख्यमंत्री धामी का हुआ लंदन में भव्य स्वागत

लंदन। हमारे मुख्यमंत्री जी का चार दिवसीय ब्रिटेन दौरे के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सोमवार को लंदन एयरपोर्ट पहुँचे। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री धामी के स्वागत में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय पहुँचे । लंदन पहुँचने पर भारतीय समुदाय और उत्तराखंड मूल के लोगों के द्वारा मुख्यमंत्री का उत्तराखण्ड के पारंपरिक वाद्य यंत्रों के वादन तथा उत्तराखण्ड की परम्परा के अनुसार गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार का यह डेलिगेशन 25 सितंबर से 29 सितंबर तक ब्रिटेन दौरे पर रहेगा।

राज्य सरकार का डेलिगेशन लंदन और बर्मिघम में दुनिया के बड़े बिजनेस हाउसेस से बैठक करेगा और आगामी दिसंबर में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए न्यौता देगा।

पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लंदन और बर्मिघम दौरे पर टूरिज्म, आईटी, एजूकेशन, हेल्थकेयर, फूड प्रोसेसिंग के अलावा ऑटोमोबिल इन्डस्ट्री के उद्योग घरानों के साथ बैठकें की जाएंगी।

जो कुछ कहूंगा सत्य कहूंगा सत्य के सिवा कुछ नहीं कहूंगा

आज उत्तराखंड विहार से भी बत्तर हो गया है आज प्रदेश में भ्रस्टाचार इस कदर हो गया है की यहाँ कोई काम कराना है तो सीधे ऊपर पैसे दे और काम कराइये

हम यह मानते है की कांग्रेस खुल्लम खुला खेल खेलती है खुद भी खाती है और दुसरो को भी क्यों की यहाँ ईमानदार कोई नहीं है पर तो त्रस्त थे उस अंधेर प्रशासन से तभी तो पलहे 2017 फिर 2022 में मोदी जी के नाम से जीता दिया पर यहाँ तो मोदी जी की खाल पहले हुए महा घोटालेवाज निकले ये तो कांग्रेस से 10 कदम आगे है

. भ्रस्टाचार इस कदर की जो कॉमर्शियल निर्माण 2022के चुनाव के दिन रातों रात हुआ जिसकी सुचना दी उसका नक्शा आज पास हो गया !
. जिसकी फ़ाइल 2016 से चल रही थी जिस नक़्शे को पास करने का मतलब की अधिकारिओं की नौकरी पर सवाल उठना उसका नक्शा पास हो गया !
. पैसा दे कर हरिद्वार में खनन भण्डारण की अनुमति देना !
. अच्छा चलो ऊपर पैसा दे कर काम भी हो रहे है तो वो पैसे किसी गरीव या प्रदेश के अधिकारीयों की तनख्वा में भी तो खर्च नहीं हो रहे वो तो केवल जेब में जा रहे है

अब यह तो सभी जानते है की यहाँ खाने के लिए तो सरकार के पार पैसा नहीं है
क्यों की यहाँ कमाई है क्या तो नेताओं के विदेश दौरे का खर्च जो जनता के पैसों (टेक्स) से आ रहा है
यही बात प्रदेश के बहार के व्यापरी ,उद्योगपति जानते है
में उन व्यापरी ,उद्योगपति की बात कर रहा हूँ जो धरातल में काम करते है कागजों में नहीं

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments