मौसम केंद्र के अनुसार राज्य में कई स्थानों पर शीत लहर चल रही है। विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड परेशान कर रही है।
देहरादून और आसपास के इलाकों में आज शनिवार को ठंड में इजाफा रहा। शनिवार को देहरादून में सुबह धूप खिली, लेकिन धूप में गरमाहट न के बराबर रही। जहां एक ओर पहाड़ी इलाकों में धूप खिली रही तो मैदानी इलाकों में कोहरा छाया रहा और शीत लहर का प्रकोप भी जारी रहा। हरिद्वार और कोटद्वार के मैदानी इलाकों में शीतलहर का प्रकोप है। चमोली जिले के कई गांवों में पानी की लाइन जम गई हैं।
हरिद्वार में जगह-जगह लोग अलाव सेंकते नजर आए। रोडवेज और रेलवे स्टेशन के बाहर नगर निगम की ओर से अलाव जलाए गए। जबकि अधिकतर इलाकों में निराश्रित लोगों ने ठंड से बचाव के लिए खुद ही रद्दी और लकड़ियां बीनकर अलाव जलाने के इंतजाम किए हैं। रात के समय गंगा घाटों और मैदानों में रहने वाले बेसहारा लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। नगर निगम की ओर से अलाव जलाने के लिए स्थान चिह्नित तो किए, लेकिन अब तक वहां अलाव की लकड़ी नहीं डाली जा रही है।
केदारनाथ में -4 तो रुद्रप्रयाग में 6 डिग्री रहा पारा
जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग सहित केदारनाथ तक मौसम का मिजाज बिगड़ा रहा। पूर्वान्ह 11 बजे तक धुंध व कोहरे के बीच हल्की धूप खिली। इसके बाद भी पूरे दिनभर शीतलहर का प्रकोप बना रहा, जिससे कड़ाके की ठंड रही। सूखी ठंड के चलते केदारनाथ में पिछले एक सप्ताह से तापमान ज्यादातर समय मानइस में रह रहा है। डीडीएमए के ईई प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि शनिवार को केदारनाथ में अधिकतम तापमान 4 डिग्री व न्यूनतम माइनस 12 डिग्री रहा। इधर, जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग में भी दिनभर सूरज और बादलों की आंखमिचौली होती रही। यहां अधिकतम पारा 10 डिग्री सेल्सियश और न्यूनतमम -4 डिग्री सेल्सियश दर्ज किया गया।