क्या हो गया है हमारी याददाश्त को ?
हमारी याददाश्त को क्या हो गया है।
इस कोरोना काल को हम इतनी जल्दी कैसे भूल सकते है !
क्या हम भूल गए है की आज हम जो नया साल माना रहे है तेज DJ की आवाज मे नाच रहे है हम वही लोग है जो कुछ समय उन अनाथ बच्चों के लिए रो रहे थे और कहते थे की भगवान हम को उठा लेता पर उस 10 साल की बच्ची को इस भेड़िए समाज मे अकेला ना छोड़ता आज उन नन्ने बच्चों की तो सोचते जो आज देख रहे है और आज अपने पापा को याद कर रहे है
जो कभी 31 दिसंबर मे उन्हे इसी तरह की पार्टी मे ले जाता था और याद करती होगी वो 5 साल की बच्ची जो आज अपनी मा को याद करके रो रही होगी !
नफरत हो गई है इस झूटे समाज से
सोचो जो आज झूटी शान मे जी रहा है उस पर यह पहाड़ टूटता तो क्या होता ?
दोस्तो मै आज उंगली उन नेताओं उन संगठनो पर भी उठा रहा हूँ जो काम से काम आज उन अनाथालयों मे जाकर उन महान बच्चों से रूबरू होते ! पर इतना विवेक नही बच्चा !
रात 12:30 होने को है पटाके तो 12 बजे ही होटलों मे फुट गए पर 30 मिनट ऊपर होने पर भी कहां गई पुलिस
खैर होटलों ने संबंधित थानों मे आग्रेह किया होगा और ठोस वजनदार किया होगा !