आजकल किसान खेती में नए-नए एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं. कई नई तरह से खेती कर रहे हैं तो कई किस्मों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. जैसे अब किसान मौसम से हटकर, पारंपरिक खेती को छोड़कर नए जमाने की खेती कर रहे हैं. ऐसे ही अब कुछ किसान घास की खेती कर रहे हैं, जो लोगों को अच्छा मुनाफा दे रही है. आप भी सोच रहे होंगे कि घास की खेती से कैसे कमाई हो सकती है.
सुपर नेपियर घास
दरअसल, कुछ किसान सुपर नेपियर ग्रास नाम की घास की खेती कर रहे हैं. इससे ना सिर्फ वो अपने पशुओं को अच्छी डाइट दे पा रहे हैं, बल्कि इससे अच्छी कमाई भी कर रहे हैं. जी हां, ये एक ऐसी खास है, जिसे एक बार बोने की आवश्यकता होती है और कई साल तक आप बिना ज्यादा मेहनत के कमाई कर सकते हैं. ऐसे में जानते हैं इस खास फसल की खास बातें, जो बताएंगी कि आप इससे किस तरह से अच्छी कमाई कर सकते हैं…
सुपर नेपियर ग्रास फार्मिंग ?
यह एक खास तरह की घास होती है. माना जाता है कि इसमें सबसे बेहतर प्रजाति थाईलैंड की होती है और लोग थाईलैंड से ये खास मंगाकर अच्छी उपज कर रहे हैं. इस घास की खेती में एक बार मेहनत करनी पड़ती है और फिर कई साल तक आप कटाई करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं. अगर एक एकड़ में भी इसकी खेती की जाए तो इससे अच्छी कमाई हो सकती है और करीब दो से ढ़ाई महीने में इसकी फसल तैयार हो जाती है.
कितनी होती है कमाई ?
अगर कमाई का अंदाजा लगाया जाए तो एक एकड़ की खेती में आप 8 लाख से ज्यादा सलाना कमाई कर सकते हैं. हर कटाई पर आपको करीब 2 लाख तक की कमाई हो सकती है और खास बात ये है कि इसमें खर्चा बहुत कम होता है और मेहनत भी काफी कम लगती है. ऐसे में इस घास के माध्यम से आप अच्छी कमाई कर सकते हैं और इसकी खेती में ज्यादा झंझट भी नहीं है.
क्या है इस घास से कमाई का प्लान ?
इस खेती में एक साल में 4-6 बार फसल होती है. इसकी हाइट 12 फीट तक जाती है और यह सिर्फ दो-ढ़ाई महीने में बढ़ जाता है. इसे बीज से नहीं बल्कि ठंठल के जरिए उगाया जाता है. पांच साल तक आपको बार बार रोपाई करनी नहीं होती है, आप एक बार रोपाई कर सकते हैं और पांच तक आपको इसका फायदा होता रहेगा. माना जाता है कि एक एकड़ में 11 हजार तक पौधे लगते हैं और ढ़ाई साल में ये तैयार हो जाते हैं. वहीं, एक पौधा 20 किलो तक घास देता है. अगर 10 हजार पौधे भी बच जाएं तो करीब 2 लाख रुपये तक बिक्री हो जाती है.
इसकी कटाई वगैहरा में 15 हजार तक का खर्चा आता है. इससे बचत ज्यादा होती है. अभी राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश और साउथ के कई राज्यों में इसकी खेती हो रही है, जिसके जरिए लोग अच्छा पैसा कमा रहे हैं. बताया जाता है कि इसकी डिमांड भी है और 2 रुपये किलो तक इसे खरीदा जाता है.