यह निर्देश जिला निर्वाचन अधिकारी उदयराज सिंह ने विकास भवन सभागार में मतगणना सुपरवाईजर, मतगणना सहायक व माइक्रो ऑब्जर्वर की दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में दिए।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया का अंतिम चरण मतगणना है जो अति महत्वपूर्ण है इसलिए मतगणना कार्मिकों को निष्पक्ष व पारदर्शिता से संपन्न कराना सुनिश्चित करें । उन्होंने सभी कार्मिकों को बधाई देते हुए कहा कि जिस कर्मठता से अपने दायित्वों का पालन करते हुए मतदान शांतिपूर्ण रूप से संभव हुआ, मतगणना में भी आप इसीप्रकार प्रदर्शन को दोहराते हुए मतगणना भी संपन्न कराएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की शंका का समाधान प्रशिक्षण सत्र के दौरान ही कर लें ताकि मतगणना दिवस पर किसी भी प्रकार की समस्या अथवा त्रुटि न हो।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रातः 8 बजे से पोस्टल बैलेट की गणना प्रारम्भ होंगी तथा उसके आधे घंटे के बाद ईवीएम मशीन की मतगणना प्रारंभ होगी, इसलिए सभी कार्मिक प्रातः 6ः00 बजे अनिवार्य रूप से मतगणना स्थल पर पहुंचना सुनिश्चित करेंगे। प्रत्येक विधानसभा में 14-14 टेबलों पर मतगणना की जायेगी तथा 50 टेबल में ईटीपीबीएस की स्केनिंग होगी तथा 34 टेबल में पोस्टल बैलेट की मतगणना की जायेगी। उन्होंने कहा कि जो एजेन्ट जिस विधानसभा व जिस टेबल के लिए तैनात किए जायेंगे वे उसी टेबल पर तैनात रहेंगे अनावश्यक इधर-उधर कतई नहीं जायेंगे।
उन्होंने कहा ईटीपीबीएस की स्कैनिंग व पोस्टल मतगणना में विशेष ध्यान व सावधानी रखी जाए। उन्होंने कहा सीसीटीवी की नजर में मतगणना की जाए तथा प्रत्याशियों व उनके ऐजेन्टों को मतगणना मशीन (कंट्रोल युनिट) की सील, ऐडरस टैग, डिस्पले अवश्य दिखायें व मतगणना डाटा साझा करें ताकि मतगणना की पारदर्शिता बनी रहे। मतगणना उपरान्त निर्धारित प्रपत्रों को भरेंगे तथा मतगणना उपरांत ईवीएम मशीनों को सुरक्षा बलों की सुरक्षा में व प्रत्याशियों , प्रतिनिधियों की मौजूदगी में वेयरहाउस में सुरक्षित रखा जाये व सील किया जाए।
प्रशिक्षण में सभी कार्मिकों को सैद्धांतिक व व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। कैरिंग केस व कंट्रोल युनिट की सील खोलने से पहले सभी टैग चैक करने व इसके आगे की प्रक्रिया ईवीएम से मतगणना तथा संबंधित जरूरी प्रपत्रों को भरने संबंधी प्रशिक्षण देने के साथ ही वीवीपैट मशीन से पर्चियों की गणना का प्रशिक्षण भी दिया गया।
प्रशिक्षण में वीसी प्राधिकरण अभिषेक रूहेला, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, नोडल प्रशिक्षण/नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल,सहायक नोडल प्रशिक्षण/परियोजना निदेशक अजय सिंह आदि उपस्थित थे।