राज्य में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के रूप में ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बावजूद सरकार ने अजीबोगरीब फैसला लिया। कक्षा एक से पांचवीं तक संचालित हो रहे राज्य के सभी सरकारी और निजी प्राथमिक स्कूल अब पूर्व निर्धारित व्यवस्था के तहत संचालित होंगे। सिर्फ तीन घंटे संचालित करने की बाध्यता बुधवार को सरकार ने खत्म कर दी।
शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने इस संबंध में विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक को आदेश जारी किए हैं। आदेश में कहा गया कि राज्य के सभी प्राथमिक स्कूलों में कक्षा एक से पांचवीं तक कक्षाओं को तीन घंटे के स्थान पर पूर्व निर्धारित समयावधि के अनुसार संचालित करने का अनुरोध प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने किया है। निदेशक की ओर से इस संबंध में बीती 27 नवंबर को भेजे गए पत्र का हवाला दिया गया है।
इससे पहले बीते 18 सितंबर को शासन ने कोविड-19 गाइडलाइन जारी कर राज्य में सभी प्राथमिक स्कूलों को तीन घंटा संचालित करने के निर्देश दिए थे। शासन ने इन स्कूलों के लिए डेढ़ से दो घंटे की अवधि कम की थी।
अब राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है। ओमिक्रोन के मामलों में वृद्धि हुई है। 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए अभी कोरोना टीकाकरण भी प्रारंभ नहीं हुआ है। ऐसे में शासन के इस फैसले से अभिभावकों के माथे पर भी बल पड़ गए हैं।