आप को बतादे की CM पोर्टल पर प्राप्त शिकायत की विभागीय जांच खण्ड शिक्षाधिकारी खानपुर हरिद्वार द्वारा की जा रही थी , जिसमें खण्ड शिक्षाधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता/अध्यापक को जांच में क्लीन चिट देने की एवज में रिश्वत की मांग की जा रही थी।
शिकायतकर्ता द्वारा उक्त सम्बन्ध में सतर्कता अधिष्ठान में शिकायतकी गयी, जिसके क्रम में आज दिनांक 12-07-2024 को सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देरादून की ट्रैप टीम द्वारा अयाजुद्दीन, खण्ड शिक्षाधिकारी, खानपुर जनपद हरिद्वार को शिकायतकर्ता से रू.10,000/-उत्कोच ग्रहण करते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया ।आरोपी की गिरफ्तारी उपरान्त सतर्कता अधिष्ठान देहरादून की टीम द्वारा अभियुक्त के आवास की तलाशीव अन्य स्थानों पर चल- अचल सम्पत्ति के सम्बन्ध में पूछताँछ जारी है ।
निदेशक सतर्कता डॉ0 वी0 मुरूगेसन, महोदय द्वारा ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गयी ।
यदि कोई राज्य के सरकारी विभागों में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारी, अपने पदीय कार्य के सम्पादन में किसी प्रकार का दबाव बनाकर रिश्वत की मांग करता है तथा उसके द्वारा आय से अधिक अवैध सम्पत्ति अर्जित की गयी हो, तो इस सम्बन्ध में सतर्कता अधिष्ठान के टोल फ्री हैल्पलाइन नम्बर-1064 एवं Whatsappहैल्पलाईन नम्बर 9456592300 पर सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में निर्भीक होकर सूचना दें ।
यहाँ ऊपर से लेकर नीचे तक सब एक के बाप एक है ना नेता ईमानदार ना अधिकारी ना कर्मचारी बैसे आज सतर्कता विभाग को अपनी बेतन लेने में अच्छा लग रहा होगा बहुत समय बाद एक ट्रेप हुआ
2017 से 2021 तक फिर 2017 से केकर आज 2024 तक उत्तराखंड मुख्यमंत्री ने एक बार भी सतर्कता विभाग की मीटिंग नहीं ली है तो कैसे मनोबल बढ़ेगा विभाग का शासन से लेकर जिला कार्यालय तक दबा के लेना देना और ऊपर तक पहुंचाना चल रहा है हर विभाग का एक लाइजनर बैठा हुआ है
उत्तराखंड सतर्कता विभाग किसी का ट्रेप या परिसम्पति की जांच कर के शासन को भेजते है शासन फ़ाइल को लंबित रखता है आरोपी को जमानत भी मिल जाती है समय पर जाँच ना निपटाना समय पर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल ना करना यह भ्रस्टाचारी को बचाना नहीं तो क्या है