देहरादूनः उत्तराखंड राज्य की अर्थव्यवस्था का आकार करीब 24 गुना बढ़ चुका है, जबकि प्रतिव्यक्ति आय 17 गुना हो चुकी है। सांख्यिकीय एजेंसियों की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू हुई कार्यशाला में उत्तराखंड के अधिकारियों ने राज्य अर्थव्यवस्था की यह तस्वीर रखी।
उन्होंने कहा कि राज्य आय अनुमानों के आंकलन के विषय में विषयवार विस्तृत प्रशिक्षण से सांख्यिकीय अधिकारी लाभान्वित होंगे। उन्होंने प्रतिभागियों का आह्वान किया कि राज्य एवं जिला आय के अनुमानों के आंकलन की बारीकियों पर चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से शंका-समाधान करें। अपर सचिव नियोजन विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि डाटा संग्रहण और विश्लेषण तकनीक को बेहतर बनाने में कार्यशाला की भूमिका काफी अहम है।
उन्होंने कहा कि इससे नियोजन प्रक्रिया एवं साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने में मदद होगी। उन्होंने उत्तराखंड की आर्थिक विकास यात्रा को रखा। बताया कि उत्तराखंड राज्य के गठन के समय अर्थव्यवस्था का आकार 14501 करोड़ रुपये था, जो 2023-24 में 346000 करोड़ रुपये हो चुका है। इसी प्रकार प्रति व्यक्ति आय 15285 से बढ़कर 24 वर्षों में 2023-24 से बढ़कर 2.60 लाख रुपये हो चुकी है।
निदेशक अर्थ एवं संख्या निदेशालय सुशील कुमार ने राष्ट्रीय लेखा प्रभाग, राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय तथा तमिलनाडु, हरियाणा, मध्यप्रदेश, असम, पंजाब, मिजोरम, उत्तराखंड तथा केंद्र शासित लद्दाख के अधिकारियों का कार्यशाला में स्वागत किया। अर्थ एवं संख्या विभाग के अपर निदेशक पंकज नैथानी, निदेशक, राष्ट्रीय लेखा प्रभाग अंकिता सिंह समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।