क्या वोट देना गरीवों का अधिकार है पर करोड़पति और जीवनभर पेंसन और बड़ी -बड़ी कार में घूमना और गरीवों का खून चूसना नेताओं का अधिकार है !
भारत की 10 सर्वाधिक शक्तिशाली महिला राजनेता
इतिहास राजनीति में समय-समय पर महिलाओं की प्रतिभा का गवाह रहा है। मैरी एंटोनेट से लेकर क्वीन एलिजाबेथ तक, दुनिया भर की महिलाओं ने जब भी ज़रूरत पड़ी राजसत्ता को अपने हाथों में लिया है। भारत में भी महिलाओं ने राजनीति में अपना योगदान दिया है। इस लेख में हम जानेंगे भारत की 10 सर्वाधिक शक्तिशाली महिला राजनेताओं के बारे में।
1. इंदिरा गांधी
इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। साथ ही वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का केंद्रीय स्तंभ भी रही थीं। वह एक कुशल राजनेता थीं जिन्होंने लगभग 18 वर्षों तक तक भारत पर शासन किया। 1975 में उनके द्वारा लगाया गया आपातकाल उनकी ‘भूल’ मानी जाती है।
2. सोनिया गांधी
सोनिया गांधी को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। अखिल भारतीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी का कार्यकाल कांग्रेस के एक शताब्दी के इतिहास में सबसे लंबा रहा है। उनके मार्गदर्शन में 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बड़ी सफलता हासिल की और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। वह 2004 से 2014 तक सत्तारूढ़ यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (UPA) की चेयरपर्सन भी रहीं।
3. जयललिता जयरामन
जयललिता जयरामन पाँच कार्यकाल तक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रहीं। वह लोगों के बीच अम्मा के नाम से लोकप्रिय थीं और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) की महासचिव थीं। उन्होंने समूचे तमिलनाडु में महिलाओं की स्वयं सहायता समूह की स्थापना की।
4. मायावती
वर्तमान में, मायावती भारत में सबसे शक्तिशाली दलित महिला नेता हैं। वह चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में उनके शक्तिशाली प्रभाव को देश के सभी राजनेताओं के साथ ही देश के जनता ने भी माना है।